ऐसे 15 धांसू इंडियंस जिन्होंने “जुगाड़” शब्द के मायने ही बदल दिए

By Unknown → मंगलवार, 2 जून 2015
कहा जाता है कि दुनिया में सबसे पहले “अमीबा” आया, और उसके बाद आया ‘जुगाड़’ . और जुगाड़ के आविष्कारक भी इंडियावाले ही हैं. इसलिए ही तो कहा जाता है कि जब सब कुछ काम करना बंद कर जाता है, तब जुगाड़ काम करता है. और इसलिए ही तो अमरीका भी हम इंडियंस से जलता है, और चाहता है कि उसके पास भी यह टेक्नोलॉजी हो. मगर हम भी ऐसे ही इंडियंस थोड़े न हैं...

1.कसम से आंखें भर आयीं रे...

2.हरे पप्पुआ हमारा तमंचा लाओ त रे...स्साला अश्लील कहीं का...

3.इसीलिए कहे थे कि दीपुआ को इंजीनियरिंग मत पढ़ाओ, अब भुगतो...

4.मेरे पास मां है...

5.आम के आम, गुठलियों के दाम...

6.कसम से...

7.धूम धूम, धूम मचाले, धूम धूम...

8.गरीबी का मज़ाक मत उड़ाओ, दुनिया वालों...

9.जुगाड़ का नोबेल जाता है...इन्हें!

10.पापी पेट का सवाल है, साब...

11.एक पंथ दो काज...

12.सो ले या सिनेमा देख ले...

13.अबे देख का रहा है बे?

14.अब कोई इन्हें समझाओ कि हम समझाएं क्या?

15.आज कुछ तूफ़ानी करते हैं...

अनुज द्विवेदी

अनुज द्विवेदी ई गोला का वो विचित्र प्राणी है जो अंग्रेजी भासा के वर्चस्व वाले अंतर्जाल में भी अपनी ही मौज में अपनी मात्र भाषा में ही बतियाता है . का समझे ?

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